Satrun planet in Hindi
Satrun planet in hindi नमस्कार दोस्तों कैसे हो आप लोग आज हम शनि ग्रह (Satrun) के बारे मैं बात करेंगे शनि ग्रह हमारे सोर मंडल का दूसरा सबसे बड़ा ग्रह है। ये ब्रहस्पति ग्रह के के बाद आता है ये सूर्य के छठे नंबर पे आता है। शनि अपने छलो से बेहद ही सुन्दर दीखता है।
The Satrun शनि ग्रह in Hindi
शनि ग्रह के बारे मैं
शनि ग्रह एक गैस का ग्रह है। इस ग्रह पे कोई ठोस सतह नही है। ये ग्रह पूरा का पूरा गैस से बना हुआ है।
शनि ग्रह को सबसे पहले गैलीलियो गैलीली ने देखा था अपने टेलिस्कोप की मदत से उस टाइम गलिलियोने जब इस ग्रह को देखा था तब इस ग्रह के छले दिखे वो छले बेहद ही शुन्दर नजर अ रहे थे।
ये छले पानी की बर्फ और कुछ छोटे छोटे कणो से मिलकर बने है। और इन छलो की मोटाई बेहद ही कम है 1 या 1.5km के हिसाब से है भले ही ये छले बहूत ज्यादा लम्बे मैं आते हो।
शनि ग्रह का जन्म
तो दोस्तों शनि ग्रह का जन्म भी billion साल पहले बाकि ग्रहो के साथ हुआ था। और ये ग्रह पे हीलियम और हाइड्रोजन .मीथेन.अमोनिया और कुछ तत्व से मिलकर बना हुआ है। जैसे की हमारे ब्रहस्पति ग्रह पे जो चीज मजूद है।
इस ग्रह का डायमीटर लगभग :भू मध्य रेखा 1,20,536km है।
धुर्वीय व्यास:1,02,728km है।
भू मध्य रेखा घेरा :3,62,822km है।
इस ग्रह का औसत तापमान -139℃ होता है।
इस ग्रह की सूर्य से दुरी लगभग 142 करोड़ 66लाख
66 हजार 422km है।
और इस ग्रह का एक दिन 10घण्टे 34 मिनट का होता है। ये ग्रह बहूत तेजी से अपनी परिक्रमा करता है।
और या ग्रह का एक साल पृथ्वी के 29.45 साल के बराबर होता है। इसकी सूर्य से इतनी दुरी होने के कारन ये सूर्य का एक चक्र पूरा करने मैं 29.45 सालो का टाइम लेता है।
और इसग्रह का मास पृथ्वी के मुकाबले 95.16 गुना ज्यादा होता है।
शनि ग्रह के कुछ महत्वपूर्ण जानकारी
1. शनि ग्रह अपने आप मैं एक बहूत ही बड़ा ग्रह के इसके अंदर गैस और बादलो के इलावा कुछ नही है।
इस ग्रह पे मुख्य तत्व हाइड्रोजन और हीलियम से मिलकर बादल बने हुए है।
2.इस ग्रह के अब तक खोजे गए उपग्रह 82 है।
और इस ग्रह के सोर मंडल के बाकि सब ग्रहो से ज्यादा उपग्रह है। जब की ब्रहस्पति ग्रह के 79 उपग्रह है।
3.इस ग्रह को पृथ्वी से नंगे आखो से देखा जा सकता है। क्योंकि ये ग्रह शुक्र और बुध चंद्रमा के बाद ये शनि ग्रह सबसे जादा चमकने वाला पिंड है।
4,शनि ग्रह सबसे ज्यादा चपटा flat ग्रह है इसके धुर्वीय व्यास इसके भू मध्य रेखा का व्यास से 90% है।
इसका कारण है की इसका कम घनत्व और ये अपने धुरी के शमक्ष् तेजी से घूमना है।
5, शनि ग्रह मात्र 10 घंटे और 34 मिनट मैं अपनी धुरी के शमक्ष् एक चक्र पूरा कर लेता है। इस तरह से इसका एक दिन ब्रहस्पति के (9 घंटे 55 मिनट) बाद बाकि सभी ग्रहो से छोटा होता है।
यह भी पड़े :-
बुध ग्रेह के बारे मैं
ब्रहस्पति ग्रह के बारे मैं जानकरी
मंगल ग्रह के बारे मैं जानकारी
पृथ्वी के बारे पृथी नीली क्यों है
शुक्र ग्रह के बारे मैं जानकारी
6, शनि ग्रह का घनत्व बाकि ग्रहो से कम है इसका घनत्व द्रव्य पानी के मुकाबले घनत्व 0.7 है। इसका मतलब है की अगर आप शनि ग्रह को एक बड़े तालाब या बड़े से समुन्द मैं दाल देंगे तो ये तैरने लगेगा इसका मास भले ही पृथ्वी से भारी हो पर इसके घनत्व पृथ्वी से बहूत कम है।
7, शनि ग्रह की खोज बहुत ही पहले कर ली गयी थी पर आधुनिक काल मैं इस ग्रह को सबसे पहले गैलीलियो गैलीली को जाता है। क्योंकि उन्होंने अपने खुद से बनाये टेलिस्कोप से देखा था।
8, अगर आप शनि ग्रह पे जाने की कोसिस अगर किसी किसी स्पेस यान जिसकी स्पीड 117km /पर ऑवर की स्पीड से भी जायेंगे तब भी आपको सिर्फ उस ग्रह पे पहुचने मैं ही 1292 साल लग जायेंगे।
वैसे जाना सम्भव नही है फिर भी आपको इतना टाइम लग जायेगा।
9, इस ग्रह को सबसे पहले गैलीलियो गैलीली ने 1610 मैं देखे थे उस टाइम जब उन्होंने सबसे पहले शनि ग्रह को अपने टेलिस्कोप से देखा था तब उन्होंने जब इसके छले को देखा तो उन्होंने मजाक मैं कहा था की। शायद ये शनि ग्रह के 2 कान भी हो सकते है
10.शनि ग्रह के ऊपरी भू मध्य रेखा के वायुमंडल के ऊपरी सतह पर हवाए 1800 km प्रति घंटे के हिसाब से चलती है। जो की ये एक बहूत ही तेज रफ़्तार होती है।
11, 2019 अक्टूबर मैं हमारे वैज्ञानिक ने 20 चंद्रमा और ढूंढे थे जो की इस ग्रह का उपग्रह अब 82 है। जो की इस ग्रह को सोर मंडल का सबसे ज्यादा उपग्रह वाला ग्रह कहने लगे। जबकि अभी ब्रहस्पति के टटोल उपग्रह 79 है जो दूसरे नंबर पे है।
12 शनि ग्रह पे अब तक 4 अभियान जा चुके है जो वायजर 1 और 2 पयिनोर 11,
और कसीनो है।
शनि ग्रह के छलो के बारे मैं......
1.दोस्तों शनि ग्रह के छले बेहद ही सुन्दर नजर आते है
और ये छले मुख्य रूप से पानी की बर्फ और कुछ चटानो के टुकड़ो से मिलकर बना हुआ है और इन छलो की व्यास 2 लाख 82 हजार किलो मीटर है ।
2,इस ग्रह के छले ही बड़े और साफ दिखाई देते है
वैसे तो ब्रहस्पति, उरनेस, और नेप्च्यून पे भी छले मौजूद है लेकिन वो साफ और बेहद आकर्षित नही है।
3, इस छले को समझने के लिए 14 मुख्य भागो मैं बाटा गया है शनि के छले लगभग एक ही ताल पर है पर इसको समझने के लिए 14 भागो मैं बाट दिए गए है जिनमे से 12 छले है और 2 रिक्त स्थान है जो की इस प्रकार से है:-
1. D.Ring.
2.C. ring
3.B,ring
4.cassini divison (रिक्त स्थान)
5, A.ring
6. Roche .Divison(रिक्त स्थान)
7. F.ring
8.Janus ring
9.G.ring
10.Methone.ring arc
11.Anthe ring.arc
12.pallene ring
13.e ring
14.phocbe ring
तो दोस्तों कैसे लगी आपको ये पोस्ट आशा करता हु की ये पोस्ट आपको बहुत ही अच्छा लगा होगा ।
तो दोस्तों अगर आपको ये पोस्ट आपको अछी लगी हो तो अपने दोस्तों मैं शेयर करे। धन्यवाद
मिलते है एक नया टॉपिक के साथ
Thanx to my visit page
Write bye bittu
Satrun planet in Hindi
शनि ग्रह के बारे मैं जानकारी हिंदी मैं.....
Satrun planet in hindi नमस्कार दोस्तों कैसे हो आप लोग आज हम शनि ग्रह (Satrun) के बारे मैं बात करेंगे शनि ग्रह हमारे सोर मंडल का दूसरा सबसे बड़ा ग्रह है। ये ब्रहस्पति ग्रह के के बाद आता है ये सूर्य के छठे नंबर पे आता है। शनि अपने छलो से बेहद ही सुन्दर दीखता है।
The Satrun शनि ग्रह in Hindi
शनि ग्रह के बारे मैं
शनि ग्रह एक गैस का ग्रह है। इस ग्रह पे कोई ठोस सतह नही है। ये ग्रह पूरा का पूरा गैस से बना हुआ है।
शनि ग्रह को सबसे पहले गैलीलियो गैलीली ने देखा था अपने टेलिस्कोप की मदत से उस टाइम गलिलियोने जब इस ग्रह को देखा था तब इस ग्रह के छले दिखे वो छले बेहद ही शुन्दर नजर अ रहे थे।
ये छले पानी की बर्फ और कुछ छोटे छोटे कणो से मिलकर बने है। और इन छलो की मोटाई बेहद ही कम है 1 या 1.5km के हिसाब से है भले ही ये छले बहूत ज्यादा लम्बे मैं आते हो।
शनि ग्रह का जन्म
तो दोस्तों शनि ग्रह का जन्म भी billion साल पहले बाकि ग्रहो के साथ हुआ था। और ये ग्रह पे हीलियम और हाइड्रोजन .मीथेन.अमोनिया और कुछ तत्व से मिलकर बना हुआ है। जैसे की हमारे ब्रहस्पति ग्रह पे जो चीज मजूद है।
इस ग्रह का डायमीटर लगभग :भू मध्य रेखा 1,20,536km है।
धुर्वीय व्यास:1,02,728km है।
भू मध्य रेखा घेरा :3,62,822km है।
इस ग्रह का औसत तापमान -139℃ होता है।
इस ग्रह की सूर्य से दुरी लगभग 142 करोड़ 66लाख
66 हजार 422km है।
और इस ग्रह का एक दिन 10घण्टे 34 मिनट का होता है। ये ग्रह बहूत तेजी से अपनी परिक्रमा करता है।
और या ग्रह का एक साल पृथ्वी के 29.45 साल के बराबर होता है। इसकी सूर्य से इतनी दुरी होने के कारन ये सूर्य का एक चक्र पूरा करने मैं 29.45 सालो का टाइम लेता है।
और इसग्रह का मास पृथ्वी के मुकाबले 95.16 गुना ज्यादा होता है।
शनि ग्रह के कुछ महत्वपूर्ण जानकारी
1. शनि ग्रह अपने आप मैं एक बहूत ही बड़ा ग्रह के इसके अंदर गैस और बादलो के इलावा कुछ नही है।
इस ग्रह पे मुख्य तत्व हाइड्रोजन और हीलियम से मिलकर बादल बने हुए है।
2.इस ग्रह के अब तक खोजे गए उपग्रह 82 है।
और इस ग्रह के सोर मंडल के बाकि सब ग्रहो से ज्यादा उपग्रह है। जब की ब्रहस्पति ग्रह के 79 उपग्रह है।
3.इस ग्रह को पृथ्वी से नंगे आखो से देखा जा सकता है। क्योंकि ये ग्रह शुक्र और बुध चंद्रमा के बाद ये शनि ग्रह सबसे जादा चमकने वाला पिंड है।
4,शनि ग्रह सबसे ज्यादा चपटा flat ग्रह है इसके धुर्वीय व्यास इसके भू मध्य रेखा का व्यास से 90% है।
इसका कारण है की इसका कम घनत्व और ये अपने धुरी के शमक्ष् तेजी से घूमना है।
5, शनि ग्रह मात्र 10 घंटे और 34 मिनट मैं अपनी धुरी के शमक्ष् एक चक्र पूरा कर लेता है। इस तरह से इसका एक दिन ब्रहस्पति के (9 घंटे 55 मिनट) बाद बाकि सभी ग्रहो से छोटा होता है।
यह भी पड़े :-
बुध ग्रेह के बारे मैं
ब्रहस्पति ग्रह के बारे मैं जानकरी
मंगल ग्रह के बारे मैं जानकारी
पृथ्वी के बारे पृथी नीली क्यों है
शुक्र ग्रह के बारे मैं जानकारी
6, शनि ग्रह का घनत्व बाकि ग्रहो से कम है इसका घनत्व द्रव्य पानी के मुकाबले घनत्व 0.7 है। इसका मतलब है की अगर आप शनि ग्रह को एक बड़े तालाब या बड़े से समुन्द मैं दाल देंगे तो ये तैरने लगेगा इसका मास भले ही पृथ्वी से भारी हो पर इसके घनत्व पृथ्वी से बहूत कम है।
7, शनि ग्रह की खोज बहुत ही पहले कर ली गयी थी पर आधुनिक काल मैं इस ग्रह को सबसे पहले गैलीलियो गैलीली को जाता है। क्योंकि उन्होंने अपने खुद से बनाये टेलिस्कोप से देखा था।
8, अगर आप शनि ग्रह पे जाने की कोसिस अगर किसी किसी स्पेस यान जिसकी स्पीड 117km /पर ऑवर की स्पीड से भी जायेंगे तब भी आपको सिर्फ उस ग्रह पे पहुचने मैं ही 1292 साल लग जायेंगे।
वैसे जाना सम्भव नही है फिर भी आपको इतना टाइम लग जायेगा।
9, इस ग्रह को सबसे पहले गैलीलियो गैलीली ने 1610 मैं देखे थे उस टाइम जब उन्होंने सबसे पहले शनि ग्रह को अपने टेलिस्कोप से देखा था तब उन्होंने जब इसके छले को देखा तो उन्होंने मजाक मैं कहा था की। शायद ये शनि ग्रह के 2 कान भी हो सकते है
10.शनि ग्रह के ऊपरी भू मध्य रेखा के वायुमंडल के ऊपरी सतह पर हवाए 1800 km प्रति घंटे के हिसाब से चलती है। जो की ये एक बहूत ही तेज रफ़्तार होती है।
11, 2019 अक्टूबर मैं हमारे वैज्ञानिक ने 20 चंद्रमा और ढूंढे थे जो की इस ग्रह का उपग्रह अब 82 है। जो की इस ग्रह को सोर मंडल का सबसे ज्यादा उपग्रह वाला ग्रह कहने लगे। जबकि अभी ब्रहस्पति के टटोल उपग्रह 79 है जो दूसरे नंबर पे है।
12 शनि ग्रह पे अब तक 4 अभियान जा चुके है जो वायजर 1 और 2 पयिनोर 11,
और कसीनो है।
शनि ग्रह के छलो के बारे मैं......
1.दोस्तों शनि ग्रह के छले बेहद ही सुन्दर नजर आते है
और ये छले मुख्य रूप से पानी की बर्फ और कुछ चटानो के टुकड़ो से मिलकर बना हुआ है और इन छलो की व्यास 2 लाख 82 हजार किलो मीटर है ।
2,इस ग्रह के छले ही बड़े और साफ दिखाई देते है
वैसे तो ब्रहस्पति, उरनेस, और नेप्च्यून पे भी छले मौजूद है लेकिन वो साफ और बेहद आकर्षित नही है।
3, इस छले को समझने के लिए 14 मुख्य भागो मैं बाटा गया है शनि के छले लगभग एक ही ताल पर है पर इसको समझने के लिए 14 भागो मैं बाट दिए गए है जिनमे से 12 छले है और 2 रिक्त स्थान है जो की इस प्रकार से है:-
1. D.Ring.
2.C. ring
3.B,ring
4.cassini divison (रिक्त स्थान)
5, A.ring
6. Roche .Divison(रिक्त स्थान)
7. F.ring
8.Janus ring
9.G.ring
10.Methone.ring arc
11.Anthe ring.arc
12.pallene ring
13.e ring
14.phocbe ring
तो दोस्तों कैसे लगी आपको ये पोस्ट आशा करता हु की ये पोस्ट आपको बहुत ही अच्छा लगा होगा ।
तो दोस्तों अगर आपको ये पोस्ट आपको अछी लगी हो तो अपने दोस्तों मैं शेयर करे। धन्यवाद
मिलते है एक नया टॉपिक के साथ
Thanx to my visit page
Write bye bittu
Satrun planet in Hindi
Reviewed by King RAjpuT
on
March 13, 2020
Rating:
No comments: