Earth ( पृथ्वी) In Hindi
नमस्कार दोस्तों मैं आपको फिर आज अपने गृह यानि अपना घर पृथ्वी के बारे मैं बात करूँगा तो दोस्तों चले शुरू करते है ।
दोस्तों हमारा पृथ्वी हमारे लिए कितना महत्वपूर्ण है वो आप लोग जानते ही होंगे ये हमरा घर के साथ साथ ये हमरा जीवन भी है
इसके बिना हमरा जिन्दंगी जीना संभव नही है क्योंकि यही हमारा जीवन स्तिथ है बस
तो आईये फ्रेंड्स आज हम अपने घर यानि पृथ्वी (Earth) के बारे मैं बात करते है
तो फ्रेंड्स पृथ्वी हमारी सोर मंडल की तीसरी गृह है जो सूर्य के परिवार का हिस्सा है इस से पहले 2 गृह और आते है जिसके बारे मैं हम पीछे पढ़ चुके है बुध गृह और शुक्र गृह के बारे मैं जिन्होंने नही पढ़ा वो मेरे इसी पेज मैं पढ़ सकते है जिसका लिंक मैं डाल दूंगा ।
तो चलिए दोस्तों हम शुरू करते है आज का टॉपिक पृथ्वी के बारे मैं.............
तो फ्रेंड्स हमारी पृथ्वी का जन्म आज से लगभग billion साल पहले जो सूर्य के दवारा बने थे जैसे की हम जानते है हमारे अंतरिक्ष मैं ठन्डे और गैस के बने बदल जिसे हम Nebula भी कहते है तो ये नेउबुला एक स्टार को बनाते है
जिस्ने हमारे सूर्य को बनाया सूर्य के बनने के बाद इसके अस पास कुछ मॉट्रियल ekhte होने लगे जो हलके मॉट्रियल थे वो ग्रेविटी के कारन बहूत दूर चले गए और जो भरी मॉट्रियल थे वो सूर्य के अस पास भटकने लगे और सूर्य के ग्रेविटी के कारन ये मॉट्रियल आपस मैं जुड़ने लगे जिस से हमारा सोर मंडल के साथ सभी गृह का जन्म हुआ जिसमें हमारी पृथ्वी भी सामिल है तो इस प्रकार हमारे ग्रहो का जन्म हुआ...
1.दोस्तों पृथ्वी ही एक ऐसा गृह है जिसका सतह पे जीवन सम्भव है क्योंकि यहां पे ऑक्सिज़न गैस पायी जाती है जो हम मनुष्य के लिए जरुरी है
2, फ्रेंड्स हमारी धरती अपने सूर्य के एक चक्र पूरा करने मैं 365 दिन का समय लेती है
सूर्य की दुरी कितनी है हमारी पृथ्वी से............
पृथ्वी से सूर्य की औसत दूरी को खगोलीय इकाई अर्थात एस्ट्रोनॉमिकल यूनिट (AU) के नाम से जाना जाता है। परिहेलिओन या सूर्य-नीच अवस्था में पृथ्वी और सूर्य की दूरी लगभग 146 मिलियन किलोमीटर होती है। जबकि एफेलिओन या सूर्य-उच्च अवस्था में पृथ्वी और सूर्य की दूरी लगभग 94.5 मिलियन मील (152 मिलियन किलोमीटर) होती है।
वैज्ञानिकों के मुताबिक पृथ्वी की सूर्य से औसत दूरी 14,94,07,000/14,96,00,000 किलोमीटर या 9,29,60,000 मील है।
और धरती का डायमीटर 12742km है
माना जाता है की आज से 4.5 biliion साल पहले हमारी धरती पे कोई जीवन् नही था और फिर किया हुआ आगे जानते है
आज से करोडो साल पहले हमारे धरती पे जीवन शुरू हुई उसी जीवन मैं डायनासोर का जन्म हुआ वो हमारे पृथ्वी पे पुरे 7 करोड़ साल राज किये फिर किया हुआ उनके जीवन का तहस नहस हो गया कैसे हुआ जानते है चलिए किया हुआ एक बहूत ही बड़ा astriod हमारे धरती से टकराया
यह ऐस्टरॉइड 6.6 करोड़ साल पहले मेक्सिको के युकटॉन प्रायद्वीप से टकराया था जिससे वहां 111 मील चौड़ा और 20 मील गहरा गड्ढा बन गया था। इसी दौरान हमारे डायनासोर की जिन्दंगी खत्म हुई और सारे डायनासोर खत्म हो गए
पर कुछ डायनासोर बच गए थे लेकिन वो भी कुछ सालो बाद खत्म हो गए थे इसलिये क्योंकि जबरजस्त टकर होने से पृथ्वी पे सब कुछ जल के राख हो गया था पेड़ पोधो से लेकर सब कुछ यहा तक की पानी भी खत्म हो गया था तो जो बचे थे डायनासोर वो बिना पानी बिना खाना के मरे गए
फिर उसके बाद हमारी धरती को जीवन सवरूप खुद को बनाने मैं कई लाखो साल लग गए थे फिर उसके बाद कुछ लाख साल बाद फिर से हमारी धरती एक जीवन जीने वाली बन गयी थी
फिर आज से 4 से 5 लाख साल पहले मनुष्य जन्म लिए धरती पे और मनुष्य धरती पे 3 लाख साल से जी रहे है और हमने इस गृह पे रह कर कितना कुछ पता लगया इसके बारे मैं
धरती ही एक मात्र ऐसा गृह है जहाँ पे पानी 3 दरवो मैं पाया जाता है ठोस मैं भी और liqiud और गैस के रूप मैं मतलब 3 रूपों मैं पानी मजूद है इस धरती पे
धरती का अपना एक चंद्रमा है जो इसका परिक्रमा करता है इसके इर्द गिर्द घूम के कहाँ जाता है की चंद्रमा भी आज से बिलियन साल पहले पहले धरती के साथ ही जन्म लिया था पहले इसको बोला जाता था की चंद्रमा कुछ मलबे टुकरे से मिलकर बना है जो ब्रम्हांड मैं मलबे घूम रहे थे
फिर एक खबर के मुताबिक पता चला की चंद्रमा का जन्म एक बहुत ही बड़े गृह धरती के टकराने से जो की धरती और उस गृह के टुकरे से मिलकर चंद्रमा जन्म लिया था
चंद्रमा पर भी बुध गृह की तरह इसके सतह पे भी बड़े बड़े खडें पाये गए
धरती हमारी पूरी गोल नही है ये एक अंडकार जैसे है
यह 29.5km प्रति सेकंड के हिसाब से सूर्य का चक्र लगाती है
ऐसा कहा जाता है की सबसे चमकीला गृह चाँद और शुक्र गृह है लेकिन वास्तव मैं सबसे ज्यादा चमकीला गृह हमारा पृथ्वी है क्यों है वो भी बता देता हु
जैसा की आप जानते है हमारे पृथ्वी पे 70% हिस्सा मैं पानी और 30% के हिस्सा मैं इंसान रहते है इसी पानी इतना होने के कारन हमारा धरती नीला दिखाई देता है सूर्य की प्रकाश को हमारे धरती का पानी परवर्ती करती है जिसके कारन हमारा धरती चमकने लग जाता है इसलिए इसको इतना सुन्दर बनाता है
तो दोस्तों आपको ये पोस्ट कैसे लगी मुझे बताना और और कोई भी qustion है तो पुछलेना
आशा करता हु आपको ये पोस्ट पसंद आई होगी तो दिल से धयनवाद मेरी पोस्ट पड़ने के लिए ....
तो फ्रेंड्स मिलते है एक और रोचक पोस्ट के साथ तब तक लिए इजाजत दीजिये धन्यवाद।
Frnds apko post kaise lagi aur ha plz mere post ko apne frnd ke sath share and follow kijiye
Write bye Bittu ............
Earth ( पृथ्वी) In Hindi
पृथ्वी के बारे मैं जानकारी...
नमस्कार दोस्तों मैं आपको फिर आज अपने गृह यानि अपना घर पृथ्वी के बारे मैं बात करूँगा तो दोस्तों चले शुरू करते है ।
दोस्तों हमारा पृथ्वी हमारे लिए कितना महत्वपूर्ण है वो आप लोग जानते ही होंगे ये हमरा घर के साथ साथ ये हमरा जीवन भी है
इसके बिना हमरा जिन्दंगी जीना संभव नही है क्योंकि यही हमारा जीवन स्तिथ है बस
तो आईये फ्रेंड्स आज हम अपने घर यानि पृथ्वी (Earth) के बारे मैं बात करते है
तो फ्रेंड्स पृथ्वी हमारी सोर मंडल की तीसरी गृह है जो सूर्य के परिवार का हिस्सा है इस से पहले 2 गृह और आते है जिसके बारे मैं हम पीछे पढ़ चुके है बुध गृह और शुक्र गृह के बारे मैं जिन्होंने नही पढ़ा वो मेरे इसी पेज मैं पढ़ सकते है जिसका लिंक मैं डाल दूंगा ।
तो चलिए दोस्तों हम शुरू करते है आज का टॉपिक पृथ्वी के बारे मैं.............
तो फ्रेंड्स हमारी पृथ्वी का जन्म आज से लगभग billion साल पहले जो सूर्य के दवारा बने थे जैसे की हम जानते है हमारे अंतरिक्ष मैं ठन्डे और गैस के बने बदल जिसे हम Nebula भी कहते है तो ये नेउबुला एक स्टार को बनाते है
जिस्ने हमारे सूर्य को बनाया सूर्य के बनने के बाद इसके अस पास कुछ मॉट्रियल ekhte होने लगे जो हलके मॉट्रियल थे वो ग्रेविटी के कारन बहूत दूर चले गए और जो भरी मॉट्रियल थे वो सूर्य के अस पास भटकने लगे और सूर्य के ग्रेविटी के कारन ये मॉट्रियल आपस मैं जुड़ने लगे जिस से हमारा सोर मंडल के साथ सभी गृह का जन्म हुआ जिसमें हमारी पृथ्वी भी सामिल है तो इस प्रकार हमारे ग्रहो का जन्म हुआ...
1.दोस्तों पृथ्वी ही एक ऐसा गृह है जिसका सतह पे जीवन सम्भव है क्योंकि यहां पे ऑक्सिज़न गैस पायी जाती है जो हम मनुष्य के लिए जरुरी है
2, फ्रेंड्स हमारी धरती अपने सूर्य के एक चक्र पूरा करने मैं 365 दिन का समय लेती है
सूर्य की दुरी कितनी है हमारी पृथ्वी से............
पृथ्वी से सूर्य की औसत दूरी को खगोलीय इकाई अर्थात एस्ट्रोनॉमिकल यूनिट (AU) के नाम से जाना जाता है। परिहेलिओन या सूर्य-नीच अवस्था में पृथ्वी और सूर्य की दूरी लगभग 146 मिलियन किलोमीटर होती है। जबकि एफेलिओन या सूर्य-उच्च अवस्था में पृथ्वी और सूर्य की दूरी लगभग 94.5 मिलियन मील (152 मिलियन किलोमीटर) होती है।
वैज्ञानिकों के मुताबिक पृथ्वी की सूर्य से औसत दूरी 14,94,07,000/14,96,00,000 किलोमीटर या 9,29,60,000 मील है।
और धरती का डायमीटर 12742km है
माना जाता है की आज से 4.5 biliion साल पहले हमारी धरती पे कोई जीवन् नही था और फिर किया हुआ आगे जानते है
आज से करोडो साल पहले हमारे धरती पे जीवन शुरू हुई उसी जीवन मैं डायनासोर का जन्म हुआ वो हमारे पृथ्वी पे पुरे 7 करोड़ साल राज किये फिर किया हुआ उनके जीवन का तहस नहस हो गया कैसे हुआ जानते है चलिए किया हुआ एक बहूत ही बड़ा astriod हमारे धरती से टकराया
यह ऐस्टरॉइड 6.6 करोड़ साल पहले मेक्सिको के युकटॉन प्रायद्वीप से टकराया था जिससे वहां 111 मील चौड़ा और 20 मील गहरा गड्ढा बन गया था। इसी दौरान हमारे डायनासोर की जिन्दंगी खत्म हुई और सारे डायनासोर खत्म हो गए
पर कुछ डायनासोर बच गए थे लेकिन वो भी कुछ सालो बाद खत्म हो गए थे इसलिये क्योंकि जबरजस्त टकर होने से पृथ्वी पे सब कुछ जल के राख हो गया था पेड़ पोधो से लेकर सब कुछ यहा तक की पानी भी खत्म हो गया था तो जो बचे थे डायनासोर वो बिना पानी बिना खाना के मरे गए
फिर उसके बाद हमारी धरती को जीवन सवरूप खुद को बनाने मैं कई लाखो साल लग गए थे फिर उसके बाद कुछ लाख साल बाद फिर से हमारी धरती एक जीवन जीने वाली बन गयी थी
फिर आज से 4 से 5 लाख साल पहले मनुष्य जन्म लिए धरती पे और मनुष्य धरती पे 3 लाख साल से जी रहे है और हमने इस गृह पे रह कर कितना कुछ पता लगया इसके बारे मैं
धरती ही एक मात्र ऐसा गृह है जहाँ पे पानी 3 दरवो मैं पाया जाता है ठोस मैं भी और liqiud और गैस के रूप मैं मतलब 3 रूपों मैं पानी मजूद है इस धरती पे
धरती का अपना एक चंद्रमा है जो इसका परिक्रमा करता है इसके इर्द गिर्द घूम के कहाँ जाता है की चंद्रमा भी आज से बिलियन साल पहले पहले धरती के साथ ही जन्म लिया था पहले इसको बोला जाता था की चंद्रमा कुछ मलबे टुकरे से मिलकर बना है जो ब्रम्हांड मैं मलबे घूम रहे थे
फिर एक खबर के मुताबिक पता चला की चंद्रमा का जन्म एक बहुत ही बड़े गृह धरती के टकराने से जो की धरती और उस गृह के टुकरे से मिलकर चंद्रमा जन्म लिया था
चंद्रमा पर भी बुध गृह की तरह इसके सतह पे भी बड़े बड़े खडें पाये गए
धरती हमारी पूरी गोल नही है ये एक अंडकार जैसे है
यह 29.5km प्रति सेकंड के हिसाब से सूर्य का चक्र लगाती है
ऐसा कहा जाता है की सबसे चमकीला गृह चाँद और शुक्र गृह है लेकिन वास्तव मैं सबसे ज्यादा चमकीला गृह हमारा पृथ्वी है क्यों है वो भी बता देता हु
जैसा की आप जानते है हमारे पृथ्वी पे 70% हिस्सा मैं पानी और 30% के हिस्सा मैं इंसान रहते है इसी पानी इतना होने के कारन हमारा धरती नीला दिखाई देता है सूर्य की प्रकाश को हमारे धरती का पानी परवर्ती करती है जिसके कारन हमारा धरती चमकने लग जाता है इसलिए इसको इतना सुन्दर बनाता है
तो दोस्तों आपको ये पोस्ट कैसे लगी मुझे बताना और और कोई भी qustion है तो पुछलेना
आशा करता हु आपको ये पोस्ट पसंद आई होगी तो दिल से धयनवाद मेरी पोस्ट पड़ने के लिए ....
तो फ्रेंड्स मिलते है एक और रोचक पोस्ट के साथ तब तक लिए इजाजत दीजिये धन्यवाद।
Frnds apko post kaise lagi aur ha plz mere post ko apne frnd ke sath share and follow kijiye
Write bye Bittu ............
Earth planet In Hindi
Reviewed by King RAjpuT
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March 12, 2020
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