Naptune (वरुण ग्रह) Palnet In Hindi
Neptune planet in hindi हमारे सोर मंडल का एक बड़ा ग्रह है, यह पृथ्वी से काफी बड़ा है। इस ग्रह की खोज गणित के सिद्धांतो के आधार पर हुई थी । यह हमारे Sun से आठवें नंबर पर स्थित एक ठंडा ग्रह है। हम इसे अपने सौर – मंडल का अंतिम ग्रह भी कह सकते हैं।
तो चलिए दोस्तों आज हम naptune ग्रह के बारे मैं बात करेंगे। फ्रेंड्स naptune ग्रह हमारे हमारे सोर मंडल का सबसे आखिरी और सबसे बड़े ग्रहो मैं भी नाम आता है।ये शनि और ब्रहस्पति ग्रह के बाद सबसे बड़े डायमीटर मैं भी आता है।
Naptune ग्रह का जन्म....
दोस्तों नैपच्यून ग्रह का जन्म भी आज से billion साल पहले ही बाकि ग्रहो के साथ ही हुआ था।
ये इसकी खोज भी बड़ी मुश्किल से हुई थी। क्योंकि ये ग्रह हमारे पृथ्वी सूर्य से इतना दूर है की हम कल्पना नही कर सकते। इस ग्रह की खोज सबसे पहले Jean Joseph Le Verrier ने खोजी थी। लेकिन इस ग्रह तब ग्रह नही एक तारा मानते थे। वो इसलिए क्योंकि ये ग्रह दूर था बहूत।
Naptune की खोज यूरेनस की कक्षा को देख के की गयी थी।जब ये देखा गया की यूरेनस Sun की परिक्रमा
कर रहा है तो वो अपने कक्षा मैं स्थिर नही है। फिर अस्टर्नमोरस को लगा की उस जगह पे कोई वास्तु है जो ग्रेविटी का प्रभाव डाल रहा है। बस इसी की वजह से naptune की खोज हुई।
बुध ग्रेह के बारे मैं
ब्रहस्पति ग्रह के बारे मैं जानकरी
मंगल ग्रह के बारे मैं जानकारी
पृथ्वी के बारे पृथी नीली क्यों है
शुक्र ग्रह के बारे मैं जानकारी
शनि ग्रह के बारे मैं जानकारी
Naptune ग्रह के बारे मैं जानकारी फैक्ट्स
1, वरुण ग्रह का डायमीटर 49,528km है,और इस ग्रह की Sun से दुरी 4.5 billion (खरब)km है।और ये Sun का एक चक्र 165 सालो मैं पूरा करता है। ये Sun से इतना दूर है की इसको एक चक्र ही पूरा करने मैं 165 साल का टाइम लग जाता है ।
2,और ये ग्रह अपने धुरी पे एक दिन मैं 16.11घंटे मैं पूरा कर लेता है। मतलब की जो पृथ्वी 12 घण्टे मैं पूरा करती है एक दिन वैसे ही ये ग्रह 16,11 घंटे का टाइम लेती है। और इस ग्रह का अधिक तापमान 5000℃ तक रहता है। और न्यूनतम तापमान इसका -220℃ रहता है।
3, इस ग्रह का डेन्सिटी 1.76 g/cm3 तक रहता है।
और ये ग्रह का मास पृथ्वी के मास से 17 गुना ज्यादा है।इसके atmosphare मैं 80% हाइड्रोजन और 18.5% हीलियम और 1.5% मीथेन गैस पायी जाती है।
4,Naptune ग्रह का नाम समुन्दर के रोमन देवता के ऊपर रखा गया था। वो इसलिए क्योंकि इस ग्रह का रंग नीला था पूरी तरह से।
5,इस ग्रह को सूर्य का एक चक्र पूरा करने मैं ही 164 सालो का टाइम लगता है यु कहे तो पृथ्वी के 60,190 दिनों का टाइम लेता है। इस ग्रह को इसलिए इतना टाइम लगता है क्योंकि ये हमारे सोर मंडल का सबसे आखिरी ग्रह है जो की Sun की रौशनी पहुचने मैं ही 3 या 4 घण्टे का समय लगता है।
6, naptune भी एक विशाल ग्रेह है और ये पूरा का पूरा गैस से बना हुआ है। इस ग्रह का भी कोई ठोस सतह नही है। हमारे पृथ्वी के जैसे।इसके मुख्य रूप से इसके atmosphare मैं 80% हाइड्रोजन और 18,5% हीलियम पायी जाती है।और कुछ मीथेन गैस से मिलकर इसका निर्माण हुआ है।
7,नेप्च्यून मैं भी एक डार्क स्पॉट तूफान है।ये तूफान इतना बड़ा है की इसके अंदर हमारे पृथ्वी भी समा सकती है।जैसे की एक ऐसा ही तूफान ब्रहस्पति ग्रेह के रेड स्पॉट है जिसको हम लाल आँख भी कहते है ब्रहस्पति के ये तूफान वाकई इतना बड़ा है की हम अंदाज़ा नही लगा सकते लेकिन ये नेप्च्यून का तूफान ग़ायब हो जाता है।वो क्यों आज तक ये पहेली है।
8,हमारे इस ग्रह पे अभी तक वाइज़ार 2 ही एक आंतरिकश यान गयी है।जिसने इसके बहुत ही करीबी से गुजरा था और इसने ये पता लगया था की। इसके अपने छले(ring) है। इसके 5 रिंगों की खोज की थी।और हमे फ़ोटो भेजी थी।
9,वाइज़र 2 ने इसके डार्क स्पॉट तूफान के बारे मैं बतया था। और इसके कई सरे फ़ोटो भी हमे भेजी थी।
इसके जब छलो की खोज की गयी तो इसके छले इतने साफ नही दिख रहे थे। वो धुंधले दिख रहे थे। क्योंकि इस ग्रह के छले शनि ग्रह की तरफ चमकीले नही है।
10, अब तक इस ग्रेह के 14 उपग्रह ढूंढे गए है। जो की इन 14 उपग्रहों मैं से एक ट्राइटन (Triton) सबसे बड़ा उपग्रह है नेप्च्यून का और सबसे महत्वपूर्ण भी
अगर हम नेप्च्यून के सरे उपग्रहों को एक साथ जोड़ दिए जाये तो भी इस ट्राइटन का आधा ही होंगे।
ये सोर मंडल का 7वा सबसे बड़ा उपग्रह है जो मुख्य रूप से न्यूट्रोजेन गैस का बना हुआ है जो की इसकी गिनती सबसे ठंडी जगहों मैं आती है इस उपग्रह को सोर मंडल का सबसे ठंडा जगह मना गया है।
11, नेपच्यून में एक अधिक मजबूत चुंबकीय जगह है यह पृथ्वी से 27 गुना मजबूत है। यह अन्य ग्रहों की तुलना में अलग है क्योंकि यह ग्रह के axis के अनुरूप नहीं है और यह 47 डिग्री कोण पर झूका है। फ्यूचर मैं नेपच्यून को आगे खोजने के लिए कोई मिशन नहीं है।
12, इस ग्रह के उपग्रह ट्राइटन के बारे मैं ये बाकि उपग्रहों से अलग है वो इसलिए क्योंकि ये बाकि उपग्रहों के विपरीत दिशा मैं घूमता है। ऐसा इसलिए की astronomrs का कहना है की ये पहले उपग्रह नही ग्रह रह चूका होगा जो नेप्च्यून से टकरा कर इसके ग्रेविटी मैं फस गया होगा।
दोस्तों ये पोस्ट आपको कैसे लगी मुझे बताना जरूर और ये पोस्ट आपको अछी लगी हो तो शेयर करना न भूले। तो दोस्तों मिलते है एक नए टॉपिक के साथ तब तक के लिए धन्यवाद।
Thanx to my visit page..
Naptune planet |
Neptune planet in hindi हमारे सोर मंडल का एक बड़ा ग्रह है, यह पृथ्वी से काफी बड़ा है। इस ग्रह की खोज गणित के सिद्धांतो के आधार पर हुई थी । यह हमारे Sun से आठवें नंबर पर स्थित एक ठंडा ग्रह है। हम इसे अपने सौर – मंडल का अंतिम ग्रह भी कह सकते हैं।
तो चलिए दोस्तों आज हम naptune ग्रह के बारे मैं बात करेंगे। फ्रेंड्स naptune ग्रह हमारे हमारे सोर मंडल का सबसे आखिरी और सबसे बड़े ग्रहो मैं भी नाम आता है।ये शनि और ब्रहस्पति ग्रह के बाद सबसे बड़े डायमीटर मैं भी आता है।
Naptune ग्रह का जन्म....
दोस्तों नैपच्यून ग्रह का जन्म भी आज से billion साल पहले ही बाकि ग्रहो के साथ ही हुआ था।
ये इसकी खोज भी बड़ी मुश्किल से हुई थी। क्योंकि ये ग्रह हमारे पृथ्वी सूर्य से इतना दूर है की हम कल्पना नही कर सकते। इस ग्रह की खोज सबसे पहले Jean Joseph Le Verrier ने खोजी थी। लेकिन इस ग्रह तब ग्रह नही एक तारा मानते थे। वो इसलिए क्योंकि ये ग्रह दूर था बहूत।
Naptune की खोज यूरेनस की कक्षा को देख के की गयी थी।जब ये देखा गया की यूरेनस Sun की परिक्रमा
कर रहा है तो वो अपने कक्षा मैं स्थिर नही है। फिर अस्टर्नमोरस को लगा की उस जगह पे कोई वास्तु है जो ग्रेविटी का प्रभाव डाल रहा है। बस इसी की वजह से naptune की खोज हुई।
बुध ग्रेह के बारे मैं
ब्रहस्पति ग्रह के बारे मैं जानकरी
मंगल ग्रह के बारे मैं जानकारी
पृथ्वी के बारे पृथी नीली क्यों है
शुक्र ग्रह के बारे मैं जानकारी
शनि ग्रह के बारे मैं जानकारी
Naptune ग्रह के बारे मैं जानकारी फैक्ट्स
1, वरुण ग्रह का डायमीटर 49,528km है,और इस ग्रह की Sun से दुरी 4.5 billion (खरब)km है।और ये Sun का एक चक्र 165 सालो मैं पूरा करता है। ये Sun से इतना दूर है की इसको एक चक्र ही पूरा करने मैं 165 साल का टाइम लग जाता है ।
2,और ये ग्रह अपने धुरी पे एक दिन मैं 16.11घंटे मैं पूरा कर लेता है। मतलब की जो पृथ्वी 12 घण्टे मैं पूरा करती है एक दिन वैसे ही ये ग्रह 16,11 घंटे का टाइम लेती है। और इस ग्रह का अधिक तापमान 5000℃ तक रहता है। और न्यूनतम तापमान इसका -220℃ रहता है।
3, इस ग्रह का डेन्सिटी 1.76 g/cm3 तक रहता है।
और ये ग्रह का मास पृथ्वी के मास से 17 गुना ज्यादा है।इसके atmosphare मैं 80% हाइड्रोजन और 18.5% हीलियम और 1.5% मीथेन गैस पायी जाती है।
4,Naptune ग्रह का नाम समुन्दर के रोमन देवता के ऊपर रखा गया था। वो इसलिए क्योंकि इस ग्रह का रंग नीला था पूरी तरह से।
5,इस ग्रह को सूर्य का एक चक्र पूरा करने मैं ही 164 सालो का टाइम लगता है यु कहे तो पृथ्वी के 60,190 दिनों का टाइम लेता है। इस ग्रह को इसलिए इतना टाइम लगता है क्योंकि ये हमारे सोर मंडल का सबसे आखिरी ग्रह है जो की Sun की रौशनी पहुचने मैं ही 3 या 4 घण्टे का समय लगता है।
6, naptune भी एक विशाल ग्रेह है और ये पूरा का पूरा गैस से बना हुआ है। इस ग्रह का भी कोई ठोस सतह नही है। हमारे पृथ्वी के जैसे।इसके मुख्य रूप से इसके atmosphare मैं 80% हाइड्रोजन और 18,5% हीलियम पायी जाती है।और कुछ मीथेन गैस से मिलकर इसका निर्माण हुआ है।
7,नेप्च्यून मैं भी एक डार्क स्पॉट तूफान है।ये तूफान इतना बड़ा है की इसके अंदर हमारे पृथ्वी भी समा सकती है।जैसे की एक ऐसा ही तूफान ब्रहस्पति ग्रेह के रेड स्पॉट है जिसको हम लाल आँख भी कहते है ब्रहस्पति के ये तूफान वाकई इतना बड़ा है की हम अंदाज़ा नही लगा सकते लेकिन ये नेप्च्यून का तूफान ग़ायब हो जाता है।वो क्यों आज तक ये पहेली है।
Dark spot Tufan Bye Naptune planet |
8,हमारे इस ग्रह पे अभी तक वाइज़ार 2 ही एक आंतरिकश यान गयी है।जिसने इसके बहुत ही करीबी से गुजरा था और इसने ये पता लगया था की। इसके अपने छले(ring) है। इसके 5 रिंगों की खोज की थी।और हमे फ़ोटो भेजी थी।
9,वाइज़र 2 ने इसके डार्क स्पॉट तूफान के बारे मैं बतया था। और इसके कई सरे फ़ोटो भी हमे भेजी थी।
इसके जब छलो की खोज की गयी तो इसके छले इतने साफ नही दिख रहे थे। वो धुंधले दिख रहे थे। क्योंकि इस ग्रह के छले शनि ग्रह की तरफ चमकीले नही है।
10, अब तक इस ग्रेह के 14 उपग्रह ढूंढे गए है। जो की इन 14 उपग्रहों मैं से एक ट्राइटन (Triton) सबसे बड़ा उपग्रह है नेप्च्यून का और सबसे महत्वपूर्ण भी
अगर हम नेप्च्यून के सरे उपग्रहों को एक साथ जोड़ दिए जाये तो भी इस ट्राइटन का आधा ही होंगे।
ये सोर मंडल का 7वा सबसे बड़ा उपग्रह है जो मुख्य रूप से न्यूट्रोजेन गैस का बना हुआ है जो की इसकी गिनती सबसे ठंडी जगहों मैं आती है इस उपग्रह को सोर मंडल का सबसे ठंडा जगह मना गया है।
Triton ट्राइटन |
11, नेपच्यून में एक अधिक मजबूत चुंबकीय जगह है यह पृथ्वी से 27 गुना मजबूत है। यह अन्य ग्रहों की तुलना में अलग है क्योंकि यह ग्रह के axis के अनुरूप नहीं है और यह 47 डिग्री कोण पर झूका है। फ्यूचर मैं नेपच्यून को आगे खोजने के लिए कोई मिशन नहीं है।
12, इस ग्रह के उपग्रह ट्राइटन के बारे मैं ये बाकि उपग्रहों से अलग है वो इसलिए क्योंकि ये बाकि उपग्रहों के विपरीत दिशा मैं घूमता है। ऐसा इसलिए की astronomrs का कहना है की ये पहले उपग्रह नही ग्रह रह चूका होगा जो नेप्च्यून से टकरा कर इसके ग्रेविटी मैं फस गया होगा।
दोस्तों ये पोस्ट आपको कैसे लगी मुझे बताना जरूर और ये पोस्ट आपको अछी लगी हो तो शेयर करना न भूले। तो दोस्तों मिलते है एक नए टॉपिक के साथ तब तक के लिए धन्यवाद।
Thanx to my visit page..
Naptune Palnet In Hindi
Reviewed by King RAjpuT
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March 15, 2020
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